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सरकार एवं समाज के बीच सेतु का काम करतीं हैं परिषद

सागर। वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज संवाददाता सुशील द्विवेदी ।

जन अभियान परिषद के द्वारा आयोजित परामर्शदाता के दो दिवसीय प्रशिक्षण के समापन अवसर पर अपर कलेक्टर श्री रूपेश उपाध्याय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन में कहा कि सरकार के बहुत से काम करने के लिए उनके विभाग है लेकिन कुछ काम ऐसे है जिनके लिए कोई विभाग नहीं है हमारी संस्कृति का अस्तित्व हमारे एतिहासिक स्मारक मंदिरों एवं अध्यात्मिक केंद्रों से है जिनको देखने वाले बहुत कम लोग हैं मैं उन्हीं विषयों पर काम करता हूं जहां कभी कोई काम ना हुआ हो और कहा कि धीरे धीरे नैतिकता एवं सम्बेदनशीलता समाप्त हो रही हैं मां बेटा को और बेटा मां की हत्या कर रहे हैं इस काम को रोकने के लिए कौन काम करेगा समाज में नैतिक पतन हो रहा है उसे सुधारने के लिए मुझे लगता है कि जन अभियान परिषद ही उपयुक्त है, क्योंकि जन अभियान परिषद समाज एवं सरकार बीच सेतु का काम भी करती है पौधारोपण एवं नशा मुक्ति का कार्य भी परिषद के माध्यम से किया जा सकता है सुनिश्चित करे जितने पेड़ लग रहे हैं वह जीवित रहना चाहिए वृक्षों का महत्व सब लोग जानते हैं समझते हैं पर उसे करने के लिए आगे बहुत कम लोग आते हैं इस काम के लिए भी जन अभियान परिषद ही कर सकती है जन अभियान परिषद के द्वारा सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाता है तथा जरूरतमंदों को उनके हक की लड़ाई लड़ने में सहयोग करते हैं मेरा जहां भी सहयोग की अपेक्षा हो में सदैव तैयार हूं।द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर डॉ अमर जैन प्राध्यापक एवं नोडल अधिकारी स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय सागर द्वारा नवीन शिक्षा नीति 20_20 का मूल उद्देश्य है सबको शिक्षा मिल सके बीच में कोई भी छात्र रुके नहीं नैतिक मूल्यों के आधार पर पाठ्यक्रम से डिग्री और डिप्लोमा प्राप्त हो मुख्य रूप से बालिकाओं की शिक्षा बीच में छूट जाती थी वे अपना घर छोड़कर बाहर अध्ययन करने नहीं जा पाती थी इसलिए ही सरकार ने छोटे-छोटे स्थान पर भी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए महाविद्यालयों की स्थापना की है नई शिक्षा नीति में रेगुलर दाखिला प्राप्त करने के लिए उम्र का बंधन समाप्त कर दिया है। अब कोई भी व्यक्ति किसी भी उम्र में फिर से रेगुलर दाखला लेकर अध्ययन कर सकता है पुराने समय में हजारों की तादाद में गुरुकुल हुआ करते थे वहां लिखा पड़ी नहीं होती थी केवल ज्ञान को याद रखा जाता था तथा ज्ञान विज्ञान के साथ जीवन स्स्र सुधारने के प्रयोग होते थे अपने स्स्र पर अनुसंधान होती रहती थी अब हिंदी और संस्कृति को भी बढ़ावा दिया जा रहा है अंग्रेजी को सहायक भाषा के रूप में स्वीकार की गई है प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस के द्वितीय सत्र में ग्रामीण सहभागी सर्वेक्षण की विभिन्न विधियों पर जिला समन्ध्रयक के के मिश्रा द्वारा प्रकाश डाला गया द्वितीय दिवस के तृतीय सत्र में सोशल मीडिया एवं प्रतिवेदन विषय विशेषज्ञ के रूप में आशीष द्विवेदी द्वारा बताया गया कि अच्छे समाजसेवी के लिए किए गए कार्य का अच्छा प्रतिवेदन बनाना भी आना चाहिए समाज में किए जाने वाले कार्यों को विभिन्न लोगों तक पहुंचाने अखबार टेलीविजन के साथ-साथ सोशल मीडिया का भी महत्व बढ़ गया है अधूरी जानकारी सूचना कम भ्रम ज्यादा पैदा करती है प्रतिवेदन में पांच सवाल का जवाब होना चाहिए विषय से संबंधित जानकारी होना चाहिए उदाहरण या अन्य विषय वस्तु की आवश्यकता नहीं होती प्रोटोकॉल का हमेशा ध्यान रखना चाहिए पद नाम और भाषा संबंधी अशुद्धि नहीं होना चाहिए तथा शीर्षक खबर की आत्मा होती है । एक आभासी दुनिया बना दी है हजारों लोग दोस्त हैं पर अकेलेपन की बीमारियां फैल रही है लिखते समय यह महत्वपूर्ण बात को याद रखना चाहिए कि क्या नहीं लिखना है कुंभ के मेला का उदाहरण देते हुए बताया कि कुछ लोगों के चेहरों को फोकस करके कुंभ का मूल उद्देश्य और अपेक्षित दृश्य धूमल हो रहे हैं प्रतिवेदन समाज सुधार के लिए सशक्त माध। चतुर्थ सत्र में दिनेश कुमार उमरैया, संभाग समन्ध्यक ने परामर्शदाताओं को विभिन्न विषयों पर प्रकाश डालते हुए, कक्षा संचालन विधियों, असाइनमेंट, प्रोजेक्ट, इंटर्नशिप मेंटर्स की भूमिका सहित सतत विकास के सत्रह आयाओ को समझाया उन्होंने बच्चों में नेतृत्व क्षमता का विकास कैसे कर सकते हैं उनके विषयों पर हमें किस प्रकार से उनकी मनोदशा समझकर कार्य करना है जैसे हमारे विषय पंचायती राज ग्राम स्म्राज, महिला बाल विकास, आजीविका एवं कौशल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर हमें गहन अध्ययन करने के बाद ही छात्र-छात्राओं को प्रेषित करना चाहिए और एक ऐसा माहौल और नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के महत्वपूर्ण विषय को लेकर आगे बढ़ाना हमारा महत्वपूर्ण दायित्व है। मध्य प्रदेश जन अभियान परिषद शासन की एक ऐसी रीड की हड्डी है जो युवाओं को समाज सेवा में कार्य करने के लिए उत्कृष्ट पायदान पर लाकर खड़ा करती है जिससे युवा एवं समाज का नेतृत्व विकास, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्ट्म के बारे में विस्तृत से समझाया उन्होंने बताया कि किसी भी कार्य को सीख कर उसका उचित प्रबंध करके उसे प्रणाली के रूप में लेना ही लर्निंग मैनेजमेंट सिस्ट्म होता है। यह डिजिटल प्रणाली का एक प्रारूप है। अंतिम सत्र में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर के यस यादव द्वारा विभिन्न व्यवसायिक विषयों पर तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया गया गया। मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा प्रदाय किया गया। कार्यक्रम का संचालन विकासखंड समन्ध्यक जय सिंह ठाकुर एवं आभार प्रदर्शन जिला समन्ध्यक के के म प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा संभागीय समन्घ्यक दिनेश उमरैया द्वारा रखी गई मुख्य अतिथि महोदय द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम का प्रमाण पत्र वितरित किया गया कार्यक्रम में जिले के समस्त विकास खण्हों के परामर्शदाता उपस्थित रहे।

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